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२५३ ॥ श्री दुख हरन दास जी ॥

जारी........

जयति जयति नरसी तुकाराम एकनाथै।

जयति जयति रहिमन आलम और खुसरु।

जयति जयति मीरा गणिका और कुब्जा।

जयति जयति सुर मुनि सर्व शक्ती औ सृष्टी।१४६।