आभार
श्री भगवान की असीम कृपा तथा गुरुदेव अनन्तश्री परमहंस राम मंगल दास जी (श्री महाराज जी) की अनन्त दया, कृपा, प्रेरणा व मार्गदर्शन से इस वेबसाइट का निर्माण 1999 में हुआ।
यह हमारा परं सौभाग्य है कि इस महान कार्य के लिये हमें अनेक शुभचिन्तकों का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ है जिनके प्रति हम सपरिवार सदा आभारी रहेंगे।
श्री महाराज जी के शिष्य व तत्कालीन महंत श्रद्धेय श्री राम सेवक जी के प्रति हम हृदय से कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जिन्होंने अत्यन्त कृपा कर श्री गुरुदेव के समस्त दिव्य ग्रन्थों तथा कथाओं की कापीराईट प्रदान करी तथा उन्हें प्रकाशित करने की अनुमति दी।
आदरणीय स्वर्गीय जगत नारायन जी के हम आजीवन ऋणी हैं जिन्होंने असीम स्नेह से सदा श्री महाराज जी के ग्रंथों के प्रकाशन के लिये प्रेरणा दी व उत्साहवर्धन किया।
पूज्य गुरुदेव के गोकुल भवन आश्रम के समस्त गुरु भाइयों विशेषतः श्री रामायणी जी, श्री परशुराम दास जी, व श्री जगदम्बा दास अवस्थी जी के प्रति हम हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं जिनकी सतत् सद्भावना व सहयोग इस कार्य में हमें प्राप्त हुआ है।
श्री टी. सदागोपन जी के लिये हम परं आभार मानते हैं, जो यद्यपि दक्षिण भारतीय हैं पर उन्होंने अत्यन्त श्रद्धापूर्वक और तन मन से इन ग्रन्थों को हिन्दी में कम्प्यूटर पर टाईप किया तथा उनकी रूपरेखा तैयार की।
श्री सदागोपन जी के परिवार से इस कार्य के लिये जो सहयोग प्राप्त हुआ उसके लिये हम उनको सादर धन्यवाद देते हैं। यह सम्पूर्ण वेबसाईट निर्माण कार्य डा. टी.वी. प्रभाकर व उनकी धर्मपत्नी डा. टी. अर्चना के मार्गदर्शन में हो रहा है। उन्होंने विशेष कृपा कर इस कार्यभार को स्वयं ही स्वीकार किया तथा अपना बहुमूल्य समय देकर कार्यान्वित किया। उनके प्रति अपनी कृतज्ञता हम शब्दों में व्यक्त करने में असमर्थ हैं।
यह वेबसाईट आई.आई.टी. कानपुर, भारत में निर्मित की गई है। इस कार्य के लिये तकनीकी सहयोग इन्फोर्मेशन टेक्नोलौजी मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा अपने “भारतीय भाषाओं के लिये प्रौद्योगिकी विकास" कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदान (स्पॉन्सर) किया गया है। इस अपरिमेय सहयोग के लिये हम उनका हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।
इस वेबसाईट के कार्य में श्रीमती रजनी मूना तथा मानिक सिक्का ने भी अत्यन्त श्रद्धा व तन्मयता से सहयोग किया है जिसके लिये हम उनके ऋणी हैं। श्री सत्य प्रकाश त्रिपाठी तथा श्री राजीव भाटिया के द्वारा हिन्दी टाइपिंग में की सहायता के लिये हम उनके आभारी हैं।
इस वेबसाईट की आकर्षक मुखपृष्ठ सज्जा तथा टाइपिंग में सहयोग के लिये श्री राजेन्द्र मिश्र जी को अनेक अनेक धन्यवाद देतें हैं।
श्री गुरुदेव के गोकुल भवन आश्रम के वर्तमान महंत श्रद्धेय श्री परशुराम दास जी के प्रति उनके सतत् आशीर्वाद तथा परं सहयोग के लिये हम सपरिवार सदा आभारी रहेंगे। इस वेबसाईट कार्य के लिये कई वर्षों से निरन्तर अत्यन्त श्रद्धापूर्वक सहयोग के लिये तूलिका शर्मा जी के प्रति हम अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करते हैं।
हमारी आशा है कि पूज्य गुरुदेव अनन्तश्री परमहंस राम मंगल दास जी की इस वेबसाईट के माध्यम से पाठकों को अपना जीवन सार्थक करने में प्रेरणा प्राप्त होगी। श्री गुरुदेव की शरण में, राजीव एवं मालिनी वर्मा