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९३ ॥ श्री नफ़ीस जान जी ॥


पद:-

ऐसा घनश्याम मेरे नैन इशारा मारा।

बेधिगा हाय कलेजे के करि दिया पारा।

ऐसा सैयाद कोई हमने नहीं देखा सुना।

बचना मुश्किल है सुनो तेज दुधारा मारा।

शिकार मारी लेने सामने जो आजावै।

फ़ौरन जी जाऊँ है वह जग का दुलारा प्यारा।६।