२३१ ॥ श्री फुलेसरि माई मालिनि जी॥
कजरी:-
चेतो नैहर गुजारा न होगा।१।
आय जवानी गइ मद माती लूटैं चोर सँभारा न होगा।२।
केहि विधि बचि ससुरे को जैहौ अब तो ब्याह दुबारा न होगा।३।
अपनावैं सैंया तुम्हैं कैसे जब तक गुरु का इशारा न होगा।४।
कजरी:-
चेतो नैहर गुजारा न होगा।१।
आय जवानी गइ मद माती लूटैं चोर सँभारा न होगा।२।
केहि विधि बचि ससुरे को जैहौ अब तो ब्याह दुबारा न होगा।३।
अपनावैं सैंया तुम्हैं कैसे जब तक गुरु का इशारा न होगा।४।