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२०९ ॥ श्री कुरबान शाह जी ॥

॥ श्री अयोध्यापुरी का ध्यान॥

 

पद:-

राम के बांये, लखन के दहिने, राज रही हैं महरानी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, गोस्वामी जी की बानी।

राम के बांये, लखन के दहिने, राज रहीं त्रिभुवन माता।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी दास कही बाता।

राम के बांये, लखन के दहिने, राज रहीं त्रिभुवन रानी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी दास की यह बानी।६।

राम के बांये, लखन के दहिने, राज रही हैं जनक-लली।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी दास की बात भली।

राम के बांये, लखन के दहिने, राज रहीं सीता-प्यारी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, गोस्वामी कहें छबि न्यारी।

राम के बांये, लखन के दहिने, राज रहीं सीता रानी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसीदास का मन मानी।१२।

 

राम के बांये, लखन के दहिने, राज रही हैं बैदेही।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसीदास लखैं येही।

राम के बांये, लखन के दहिने, श्री सिया जी की झाँकी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसीदास रहै ताकी।

राम के बांये, लखन के दहिने, झाँकी श्री त्रिभुवन माँ की।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, गोस्वामी उर में टाँकी।१८।

 

राम के बांये, लखन के दहिने, बैठीं जनक दुलारी जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी रहै निहारी जी।

राम के बांये, लखन के दहिने, सोहैं जनक-कुमारी जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी लखैं सुखारी जी।

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं जनक किशोरी जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी दोऊ कर जोरी जी।२४।

 

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं मुद मंगल माई।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसीदास कह्यौ गाई।

राम के बांये, लखन के दहिने, राज रहीं त्रिभुवन जननी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी पल में सुख भरनी।

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं शक्तिन की शक्ती।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी छिन में दें भक्ती।३०।

 

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं जनक नन्दिनी जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी विश्वनन्दिनी जी।

राम के बांये, लखन के दहिने, अद्भुत जनक सुता राजै।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी छबि लखि दुख भाजै।

राम के बांये, लखन के दहिने, बैठीं जनक की छोरी जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी भये चकोरी जी।३६।

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं जनक लाडिली जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी यही आंड़ ली जी।

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं जनक की छौरी जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी गह्यौ पिछौरी जी।

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं जनक-भवानी जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी हिये समानी जी।४२।

 

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं जनक की धनियां जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी तन मन सनियां जी।

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं जनक की बेटी जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी देखैं लेटी जी।

राम के बांये, लखन के दहिने, राजत जनक की कन्यां जी।

ध्यान सकल कल्याण का दाता, तुलसी लखैं अनन्यां जी।४८।

 

राम के बांये, लखन के दहिने, राजैं जनक की बिटिया जी।

जारी........