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१८८ ॥ श्री गणिका जी का कीर्तन ॥


पद:-

कमला विष्णू सीताराम, गिरिजा शंकर राधेश्याम।१।

राम राम जै जै सिय राम, श्याम श्याम जय श्यामा श्याम।२।

जनक किशोरी जय श्री राम, श्री लाडिली जय घनश्याम।३।

जय दशरथ सुत राघव राम, जय वसुदेव सुत यादव श्याम।४।