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१ ॥ पं. रामकिशोर शरण जी ॥

 

॥ जै जै श्री गुरुदेव भगवान की ॥

॥ श्री गणेशाय नमः ॥

॥ अथ श्री राम-कृष्ण लीला भक्तामृत चरितावली प्रारम्भते ॥

 (अयोध्या)

 

पद:-

बाँह गहि लीजै मेरी श्री बजरंग ॥१॥

काम क्रोध मद लोभ मोह मन करत भजन में भंग ॥२॥

जीवन मुक्ति भक्ति बर दीजै सत्य पुरुष को संग ॥३॥

राम किशोर की अर्ज यही है चढ़ै न दूजो रंग ॥४॥