१९ ॥ श्री नारद जी ॥
दोहा:-
नाम सनेही सो भयो, सूरति शब्द में लागि ।
सारी मन की बासना, गई आप ही भागि ॥१॥
पद:-
भजो राम नाम नाम नाम नाम नाम नाम ॥१॥
वही राम बिष्णु श्याम श्याम श्याम श्याम श्याम ॥२॥
आठौं याम याम याम याम याम याम याम ॥३॥
यही काम काम काम काम काम काम काम ॥४॥
लखौ राम श्याम राम राम राम राम राम ॥५॥
पाओ धाम धाम धाम धाम धाम धाम धाम ॥६॥
दुर्लभ मानुष का चाम चाम चाम चाम चाम ॥७॥
मानो बचन है आम आम आम आम आम ॥८॥