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४४५ ॥ श्री ठाकुर दास जी ॥


दोहा:-

स्थूल शरीर तो जगत है, सूक्षम विधि को जान।

कारण नारायण भयो, महा कार्ण शिव मान।१।

इस रहस्य के भेद को अनुभव बिन को जान।

ठाकुर दास कहैं हमै सतगुरु दीन्हो ज्ञान।२।